डामर के रास्तों पर भी बारिश कि बूंदे अपनी ताजगी छोड़ जाती है ... ठीक उसी तरह जिस तरह पथरीली हो चुकी जिंदगी पर खुशियों और प्यार कि बूंदों एक नई जिंदगी का अहसास दे जाती है ...
Thursday, April 3, 2008
Sunday, March 2, 2008
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